NEET OMR कैसे भरें?
NEET परीक्षा भारत की एकमात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा है। यह MBBS, BDS, आयुर्वेद, होम्योपैथी जैसे कोर्स में दाखिला दिलाती है। यह बहुत मुश्किल परीक्षा है। इसमें 20-25 लाख छात्र हिस्सा लेते हैं और सिर्फ 1 लाख MBBS सीटें होती हैं।
भारत में MBBS सीट पाना बहुत मुश्किल है। इसके लिए बहुत अभ्यास, अच्छी सलाह और मेहनत चाहिए।
NEET का पैटर्न
NEET एक MCQ (बहुविकल्पी प्रश्न) आधारित पेपर है, जिसमें कुल 720 अंक होते हैं। इसमें 4 विषय हैं – भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), वनस्पति विज्ञान (Botany) और प्राणी विज्ञान (Zoology)। कुल 200 सवाल होते हैं, लेकिन आपको सिर्फ 180 सवाल हल करने हैं। हर सवाल 4 अंक का है। सही जवाब पर +4 अंक मिलते हैं और गलत जवाब पर -1 अंक कट जाता है।
OMR शीट सही से न भरी तो क्या होगा?
NEET एक ऑफलाइन पेन और पेपर आधारित परीक्षा है। आपके पास 200 सवाल हल करने के लिए 200 मिनट होते हैं, लेकिन आपको सिर्फ 180 सवालों के जवाब देने हैं। हर सवाल 4 अंक का है, यानी कुल 720 अंक।
NEET में आपको एक पेन दिया जाता है, जिससे आप OMR शीट (Optical Mark Recognition Sheet) पर गोले भरते हैं। समस्या यह है कि एक बार गोला भरने के बाद आप उसे बदल नहीं सकते। हर गलत जवाब पर -1 अंक कटता है। आजकल 1 अंक का अंतर आपकी रैंक को हजारों तक पीछे कर सकता है।
NEET की सबसे बड़ी गलती
सबसे खराब गलती यह है कि आप एक गलत गोला भरते हैं और फिर वही गलती आगे बढ़ाते जाते हैं। उदाहरण से समझें:
मान लीजिए, आप पेपर पूरा करने के बाद OMR भरते हैं या भौतिकी खंड पूरा होने पर। आप गोले भरना शुरू करते हैं और बीच में एक-दो सवाल छोड़ देते हैं, क्योंकि वे मुश्किल हैं और आप बाद में करेंगे।
अब ऐसा हो सकता है कि आप सवाल नंबर 22 का गोला भरने जा रहे हों और सवाल नंबर 21 छोड़ दिया हो। गलती क्या हुई? आप भूल जाते हैं कि 21 छोड़ा था और 22 का जवाब 21 के गोले में भर देते हैं। फिर बिना ध्यान दिए आप पूरी OMR में गलत जवाब भरते चले जाते हैं।
इसके बाद सवाल 23 का जवाब 22 में, 24 का 23 में भरते हैं। पूरी OMR शीट एक जवाब आगे खिसक जाती है और 22 के बाद सब गलत हो जाता है। इसका मतलब? एक छोटी सी गलती से MBBS सीट खोना और एक साल ड्रॉप लेना।
NTA के OMR भरने के आधिकारिक नियम
OMR शीट को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से जांचा जाता है। यह सॉफ्टवेयर बहुत संवेदनशील है और केवल सही तरीके से भरे काले गोले पढ़ता है। OMR पर खरोंच या छेड़छाड़ न करें। सिर्फ जरूरी जानकारी भरें।
- OMR में रोल नंबर, टेस्ट बुकलेट नंबर और टेस्ट बुकलेट कोड के लिए जगह दी होती है। इसके अलावा कुछ न लिखें और कोई निशान न बनाएं, वरना OMR रिजेक्ट हो सकती है।
- रोल नंबर 10 अंकों का होता है, जो एडमिट कार्ड पर लिखा होता है।
- टेस्ट बुकलेट नंबर 7 अंकों का होता है, उसे सही से भरें।
- नाम, पिता का नाम और माता का नाम साफ लिखावट में लिखें।
- हर सवाल के लिए सिर्फ एक गोला भरें, क्योंकि हर सवाल का एक ही सही जवाब होता है।
- घोषणा कॉलम में हस्ताक्षर और समय लिखें।
- OMR और टेस्ट बुकलेट का कोड एक ही होना चाहिए। अगर अंतर हो तो तुरंत इन्विजिलेटर को बताएं।
आपको दो OMR शीट मिलेंगी, जो आपस में जुड़ी होंगी। बीच में कार्बन कॉपी होगी। पहली शीट (मूल कॉपी) से आपका स्कोर बनता है। दूसरी (ऑफिस कॉपी) NTA वेबसाइट पर अपलोड होती है ताकि आप अपने जवाब जांच सकें। दोनों शीट जमा करनी होंगी, इन्हें अलग न करें।
हमारी सलाह
1. परीक्षा से पहले
A. OMR जांचें
इन्विजिलेटर आपको OMR जांचने को कहेगा। देखें कि वह फटी या गंदी तो नहीं। टेस्ट बुकलेट कोड और OMR का कोड एक ही होना चाहिए।
B. OMR पर अभ्यास करें
कुछ OMR शीट प्रिंट करें और अभ्यास करें। NTA जैसी OMR पर अभ्यास करें ताकि परीक्षा में गलती न हो। टाइमर लगाकर 10 मिनट में 50 गोले भरने की प्रैक्टिस करें।
C. इंडेक्स फिंगर का इस्तेमाल करें
- एक मॉक पेपर लें और OMR के साथ रखें।
- बाएं हाथ की तर्जनी (इंडेक्स फिंगर) को सवाल नंबर 1 पर रखें। मान लें जवाब C है।
- तर्जनी को OMR पर ले जाएं, सवाल नंबर 1 ढूंढें।
- तीसरे गोले (C) पर पहुंचें और पेन से बाहर से अंदर की ओर गोला भरें।
- शुरू में समय लगेगा, लेकिन 20 OMR भरने के बाद गति और सटीकता बढ़ेगी।
2. परीक्षा के दौरान
A. व्यक्तिगत जानकारी सही भरें
- रोल नंबर, टेस्ट बुकलेट कोड, नाम, पिता और माता का नाम सही भरें।
- बाएं अंगूठे का निशान लगाएं। निशान लगाने के बाद हाथ साफ करें ताकि OMR गंदी न हो।
B. जवाब साफ और पूरी तरह भरें
- NTA आपको पेन देगा। पहले पेपर के रफ सेक्शन में पेन जांचें।
- गोला बाहर से अंदर की ओर भरें। पूरी तरह भरें।
- गलत गोले को न काटें और व्हाइटनर का इस्तेमाल न करें।
3. परीक्षा के बाद
A. जवाब दोबारा जांचें
- देखें कि सभी गोले सही और पूरी तरह भरे हैं।
- क्रम सही है या नहीं, जांचें।
B. अतिरिक्त निशान न बनाएं
- OMR पर कोई अतिरिक्त निशान न हो, वरना मशीन गलत पढ़ सकती है या OMR रिजेक्ट हो सकती है।
C. OMR जमा करें
- इन्विजिलेटर के कहे अनुसार OMR जमा करें। उसे फाड़ने या रखने की कोशिश न करें।
निष्कर्ष
NEET में OMR भरना और रणनीति बहुत जरूरी है। सिलेबस NCERT तक सीमित है, इसलिए अब सटीकता और गति मायने रखती है। सोचें, इतनी मेहनत करने के बाद सही जवाब ढूंढकर OMR गलत भर दिया तो कितना बुरा लगेगा?
25 लाख छात्र इस परीक्षा में बैठते हैं। अगर आप सबसे अलग और टॉप 40,000 में आना चाहते हैं, तो इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें और अभ्यास करें।