नीट परीक्षा पेपर प्रयास रणनीति 2024
हेलो भावी डॉक्टरों, क्या आपका पाठ्यक्रम पूरा हो गया ?
अब यह निश्चित (कॉंफिडेंट) नहीं है कि पेपर कैसे हल करें क्योंकि इतने कम समय में इतने सारे प्रश्न कैसे हल होंगे ?
चिंता न करें, हम यहां NEET परीक्षा पेपर प्रयास रणनीति के साथ हैं।
NEET की तैयारी के लिए तैयार हो जाइए! अपना सिलेबस पूरा करने के बाद यह रणनीति सबसे महत्वपूर्ण है।
केवल सिद्धांत (सिलेबस) जानना पर्याप्त नहीं है | नीट में अच्छे अंख लाना 60% से ज़्यादा एक अच्छी पेपर प्रयास रणनीति पर निर्भर करता है।
पेपर देने से पहले
नीट 2024 के लिए अपना सिलेबस जानें |
NEET को एक यात्रा के रूप में सोचें, और आपका पाठ्यक्रम उस यात्रा का नक्शा है। आपका काम आपके नक्शा को अच्छे से से जानना है। उन विषयों पर ध्यान केंद्रित करें जो अतिरिक्त महत्वपूर्ण हैं।
नीट परीक्षा को ऐसे देखो कि जैसे आप पहाड़ चढ़ने वाले हो | जितना रास्ता तीव्र होता जायेगा उतना रास्ता कठिन भी होगा |
सभी विषयों और अवधारणाओं को अच्छी तरह से समझना आवश्यक है, लेकिन यह भी पहचानें कि आप किन क्षेत्रों में मजबूत हैं और कहाँ आपको सवालों में दिक्कत होती है।
परीक्षा में, उन अध्यायों को प्राथमिकता दें जो अधिक अंक लाते हैं और उसी के अनुसार अपना अध्ययन समय आवंटित करें। 80- 20 सिद्धांत का पालन करें | इसकी वजह से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
कुछ टॉपिक्स ज़रूरी होते है नीट में जिससे सवाल बाकि विषय के मुकाबले ज़्यादा आते हैं| (बोले तो हाई वेइटज टॉपिक्स)
इन टॉपिक्स पर पहले ध्यान देकर आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, कि आपने कमसेकम सिलेक्शन भर के टॉपिक्स तो मास्टर कर लिए |
स्मार्ट नोट्स लें- NEET के लिए स्मार्ट नोट्स कैसे बनाएँ ?
कल्पना कीजिए कि आप अपनी पसंदीदा कहानी का सारांश प्रस्तुत कर रहे हैं। इसी तरह, अपने नोट्स को संक्षेप में प्रस्तुत करें।
मेरे पास दो तरह के नोट्स थे, एक जो मेरी कोचिंग के टीचर बनवाते थे और दूसरा मैं खुद बनाती थी |
मैं बहुत स्मार्ट नोट्स बनाती थी जो सारी जानकारी जल्दी से प्रदान करते थे और मुझे उच्च अंक प्राप्त करने में मदद करते थे।
प्रत्येक अध्याय के मुख्य बिंदुओं, अवधारणाओं और सूत्रों के लिए अलग-अलग शीट लिखें।
ये नोट्स जो कि आप अपने १ या २ साल के समय में बनाएँगे वो अंत में आपकी काफी मदद करेंगे |
इनमे आपकी सारी गलतियाँ और वो टॉपिक्स होने चाहिए जो आपको याद नहीं रहते या आप बार बार भूल जाते है |
एक फार्मूला शीट आपके दीवार पर चिपकी होनी चाइये |
इन क्विक रिवीजन नोट्स में, एक पुस्तक में वे सभी प्रश्न शामिल होने चाहिए जो अभ्यास के दौरान महत्वपूर्ण लगे और जहां मॉक टेस्ट में गलतियाँ हुईं।
जब अंत में सिलेबस भारी लगता है तो ये नोट्स आपको दोहराने में मदद करते हैं।
जैसे-जैसे आप अधिक प्रश्नों का अभ्यास करते हैं और मॉक टेस्ट देते हैं, नोट्स जोड़ते रहें। आपके नोट्स जितने अच्छे होंगे, आपका स्कोर उतना ही बेहतर होगा।
नोट्स को काफी लोग अनदेखा कर देते है| आप जितना अपने नोट्स में सवाल जोड़ते रहेंगे, उतना ही फायदा होगा आपका |
पेपर जैसे ही पास आता जाता है आप ये समझेंगे की आप पूरा सिलेबस वापस से नहीं पढ़ सकते |
इस समय आपको यही नोट्स काम आएंगे जिनमे आपकी गलतियाँ होंगी और वो टॉपिक्स और सवाल होंगे जो आप बार-बार भूल जाते हैं|
खुद को स्वस्थ रखें NEET की तैयारी के दौरान स्वस्थ कैसे रहें
खूब सारा पानी पियें, अच्छा खायें और अच्छी नींद लें।
अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखें।
आप अपने और अपने स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार हैं, खासकर अगर आप घर से दूर छात्रावास में रह रहे हैं |
जिस तरह एक सुपरहीरो अपनी ताकत बनाए रखता है, उसी तरह आपको अपने शरीर को पौष्टिक भोजन (जंक फूड नहीं) देना होगा और पर्याप्त नींद लेनी होगी।
जब आप अपना ख्याल रखेंगे आपका फोकस और दिमाग की शक्ति बढ़ेगी , जिससे आप ऊर्जा और स्पष्टता के साथ चुनौतियों से निपट पाएंगे |
आपका मानसिक तनाव ही इतना होगा कि उससे डटकर लड़ने के लिए आपको अपने शरीर की शक्ति की बहुत ज़रूरत पड़ेगी|
अगर आप ज़्यादा बीमार पड़ते है तो बहार का खाना ज़्यादा न खायें |
पर्याप्त नींद के बिना किसी भी परीक्षा में न जाएँ |
कम सोने का कोई लाभ नहीं है क्योंकि अधूरी नींद में आप पेपर हल करने की रणनीति को ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और न ही जो भी आपने सीखा है उससे याद कर पाएंगे |
प्रश्न, प्रश्न, प्रश्न– नीट की तैयारी के दौरान प्रश्नों का अभ्यास कैसे करें ?
कई पुस्तकों से अभ्यास प्रश्नों को हल करें और विभिन्न संसाधनों जैसे यूट्यूब का उपयोग करें।
इसे समयबद्ध (टाइम रिस्ट्रिक्टेड) तरीके से करें ताकि आपकी गति और सटीकता बढ़े (स्पीड एंड एक्यूरेसी)।
दोहराई गई अवधारणाओं और अध्यायों से परिचित होने के लिए पिछले वर्षों के प्रश्नों को हल करें।
विभिन्न अभ्यास प्रश्नों के साथ अपने कौशल और समझ को बढ़ाएं।
सिर्फ एक तरीके का सवाल बार बार करने से आपको टॉपिक अच्छे से नहीं समझ आएगा | एक चैप्टर में हर छोटे कॉन्सेप्ट के कमसेकम ४- ५ सवाल का अभ्यास करें |
आप जितने अधिक प्रकार के प्रश्न करेंगे, आप उतने ही तेज़ हो जायेंगे। जब आप मॉक टेस्ट के लिए बैठते हैं तो आपका दिमाग यही कहता है, “मैंने यह प्रश्न किया है और पहले भी देखा है।”
परीक्षा स्थितियों का अनुकरण करने के लिए अपने समय की निगरानी करें-घड़ी पर टाइमर लगाकर बैठें, धीरे-धीरे गति और सटीकता का निर्माण करें। आपको नीट में अपने पेपर प्रयास की रणनीति के लिए अपने अभ्यास में निरंतरता रखनी होगी।
जिन दिनों आपका पढ़ने का मन न हो, जीव विज्ञान (बायोलॉजी) के प्रश्न उठाएँ और उन्हें हल करें या YouTube (मुफ़्त ऑनलाइन संसाधन) पर प्रश्न हल करने वाले वीडियो देखें।
मॉक टेस्ट, आपका अभ्यास – NEET परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट का अभ्यास कैसे करें ?
कल्पना कीजिए कि आप किसी नाटक के लिए अभ्यास कर रहे हैं। मॉक टेस्ट प्रैक्टिस शो की तरह होते हैं। इनका नियमित सेवन करें.
यहाँ तक कि अध्ययन किए बिना भी NEET मॉक टेस्ट में अपने पेपर प्रयास की रणनीति का आकलन करने के लिए बैठें ।
भले ही आपने कुछ भी अध्ययन नहीं किया हो, फिर भी कोई परीक्षा न छोड़े।
चाहे आपको परीक्षा का सिलेबस आता हो या न आता हो कोचिंग में कराई गयी कोई भी मॉक टेस्ट को न छोड़े |
मॉक टेस्ट के मार्क्स कोई मायने नहीं रखते|
बस अपने पेपर हल करने की रणनीति की जाँच करने के लिए बैठें।
देखें कि आप केवल एक अच्छी रणनीति के साथ कितने अंक प्राप्त कर सकते हैं |
मॉक टेस्ट में ये देखें की कितने ऍम सी क्यू सवाल आप सिर्फ बाकि ३ ऑप्शन्स को हटाकर या गलत साबित करके सुझा पा रहे हैं | इससे कहते है द रूल ऑफ़ एक्सक्लूशन |
मॉक टेस्ट आपको समय की कमी और परीक्षा के दौरान महसूस होने वाले दबाव के साथ वाकिफ कराता है।
नीट एग्जाम से पहले रिहर्सल ज़रूर करें | नीट से पहले कमसेकम १०- 2० मॉक टेस्ट का आपको अभ्यास कर लेना चाहिए|
मॉक टेस्ट आपको अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचानने, अपनी रणनीतियों को निखारने और अपना आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद करते हैं।
मॉक टेस्ट के दौरान आपसे की गई गलतियाँ हमेशा आपके साथ रहेंगी।
नीट जैसे ही पास आता जाए, कमसेकम १०- 2० मॉक टेस्ट का आपको अभ्यास कर लेना चाहिए|
NEET 2024 पेपर के दौरान क्या करें
टाइम मास्टर बनें- नीट परीक्षा के दौरान समय का प्रबंधन कैसे करें?
यह सबसे महत्वपूर्ण टिप है जो आपको एक NEET क्वालीफायर से मिलेगी।
NEET कोई कठिन या मुश्किल पेपर नहीं है; इसको अब काफी सरल बना दिया गया है | 95% पेपर तो अब सीधा एनसीईआरटी बुक से आता है | नीट पेपर बस अब आपके प्रश्न हल करने की सटीकता और गति को टेस्ट करता है।
अपने समय को विषयों के अनुसार बांट लें |
सबसे सामान्य तरीका है – जीव विज्ञान से शुरू करना उसको ४०- ४५ मिनट मैं ख़तम करना और फिर ओएमआर शीट भरना , फिर 1 घंटे के लिए रसायन विज्ञान उसके बाद ओएमआर भरना, और 1 घंटे के लिए भौतिकी उसके बाद ओएमआर भरना | बचे हुए 30-40 मिनट का उपयोग कठिन और समय लेने वाले प्रश्नों के लिए करें।
प्रत्येक विषय के आसान प्रश्नों को पूरा करने के बाद गहरी सांस लें और फिर उस सेक्शन की ओएमआर शीट भरें।
यदि आपको किसी प्रश्न के बारे में कोई संदेह है और आप इसे बाद मैं पक्का करना चाहते हैं, तो इसे चिह्नित करें – गोला बना दो सवाल पर और इसे अंतिम 30- 40 मिनट के लिए छोड़ दें।
ये 160 मिनट आपको मेडिकल सीट को प्राप्त करने में मदद करेंगे। इसका अधिकांश भाग पूरा हो जाना चाहिए। मैं हमेशा यही कहती हुँ कि पहले आसान प्रश्न शांत दिमाग से हल कर के अपनी मेडिकल की सीट हासिल करो|
इसके ऊपर जो भी सवाल तुम ठीक करोगे और कठीन सवालों का प्रश्न दोगे उससे तुम्हारी नीट की रैंक बेहतर होती जाएगी और तुम्हे एक बेहतर कॉलेज मिलेगा |
समय पर महारत हासिल करना एक कला है जो मॉक टेस्ट के अभ्यास से आती है।
मॉक टेस्ट देते समय केवल घर पर परीक्षा जैसी स्थितियों का अनुकरण करें। अपने पसंदीदा विषय या कठिन प्रश्न पर न अटकें। अपनी भावनाओं को किसी प्रश्न या विषय से न जोड़ें ।
अपने ऐसे विचारों को अलविदा कहो- कि मैंने इस टॉपिक को इतना पड़ा था फिर भी अब क्यों नहीं हो पा रहा है | उस प्रश्न पर गोला मारो और आगे बड़ो | हाँ ठीक है माना कि तुमने वो एक टॉपिक बहुत अच्छे से पढ़ा था पर वो एक टॉपिक और सवाल तुम्हे नीट और मेडिकल की सीट नहीं दिलाएँगे, तो आगे बड़ो और बाद में इस सवाल पे वापस आना |
मॉक टेस्ट और वास्तविक परीक्षा दोनों में, आपको समय का कुशल और प्रभावी उपयोग सीखना होगा। केवल सिद्धांत जानना पर्याप्त नहीं है |
नीट के लिए 60% नंबर प्राप्त करना अब नीट में पेपर हल करने की अच्छी रणनीति पर निर्भर करता है।
आसान से शुरुआत करें- नीट प्रश्न पत्र कैसे हल करें ?
आसान प्रश्नों से शुरुआत करें | इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा, जिससे आप घबराएंगे नहीं और कठिन प्रश्नों को पर्याप्त समय देंगे।
याद रखो कि आसान प्रश्नों से शुरुआत करना एक अच्छी स्ट्रेटेजी है । यह कठिन प्रश्नों के लिए समय बचाता है । जो सवाल आपको याद नहीं आ रहे हैं या लम्बे हैं या कठिन हैं , उन्हें अंत के लिए छोड़ दीजिये |
सबसे पहले, वे अंक एकत्र करें जो मेडिकल सीट के लिए आपकी योग्यता सुनिश्चित करते हैं।
तो क्या करना है कि सरल सवाल जल्दी- जल्दी पहले कर लो, बाकी समय कठिन सवालों के लिए रखो| अधिकांश सवाल आपके सरल ही आएंगे| ये सवाल अगर सही कर लिए आपने, तो कमसेकम आपका सिलेक्शन तो पक्का हो गया | इसके ऊपर आप जो भी सवाल सही करोगे उससे आपकी रैंक बेटर होती जाएगी |
अब, अनुभागों के बारे में, लोग आमतौर पर जीव विज्ञान-रसायन विज्ञान-भौतिकी अनुक्रम (सीक्वेंस) में पेपर सॉल्व करते हैंका पालन करते हैं।
लेकिन यह एक सामान्य दृष्टिकोण (स्ट्रेटेजी) है। आप पूरी तरह से अलग दृष्टिकोण अपना सकते हैं और यह तब तक ठीक है जब तक आप अच्छा स्कोर कर रहे हैं और घबरा नहीं रहे हैं।
नीट मॉक टेस्ट में 2-3 अलग रणनीति का उपयोग करके देखो| इस से तुम्हें समझ आएगा कि NEET में कौन सी रणनीति में दृष्टिकोण (स्ट्रेटेजी)आपके लिए सबसे उपयुक्त है |
मॉक टेस्ट में विभिन्न रणनीतियाँ आज़माएँ। इसके अलावा, यदि कोई अनुभाग कठिन है, जैसे जीव विज्ञान और रसायन विज्ञान, और कई प्रश्नों में प्रत्येक में 2 मिनट से अधिक समय लग रहा है, तो छोड़ दें और दूसरे अनुभाग पर जाएं।
हर विषय और प्रश्न लम्बा नहीं होगा; पेपर हमेशा संतुलित होता है | यदि विषय की कठिनाई अलग-अलग है, तो वे आपकी त्वरित निर्णय लेने की क्षमता का परीक्षण करना चाहते हैं।
क्या मायने रखता है उस पर ध्यान दें
कुछ प्रश्न आपको कम समय में उतने ही मार्क्स देते है जितना एक मुश्किल सवाल आपको देगा। एक मुश्किल सवाल करने के टाइम में आप २ आसान सवाल कर सकते है |
पहले आसान सवाल पर ध्यान केंद्रित करें। पहले उनका उत्तर दें ताकि आपको कम समय में अधिक अंक मिलें। पहले आसान प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करने से आप कम समय में अधिक अंक प्राप्त कर सकते हैं।
यह रणनीति न केवल आपके स्कोर को अनुकूलित करती है बल्कि आपको बाद में लंबे प्रश्नों को संभालने का मौका भी देती है। आख़िर के 30 मिनट आप मुश्किल सवालों को हल करने के लिए रखेंगे
यह आपके अंक और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए आपके समय और प्रयास को अनुकूलित करने का एक रणनीतिक तरीका है।
सवाल का असली मतलब समझें
आवश्यक शब्दों पर ध्यान दें |
वे आपको सही उत्तर तक ले जायेंगे ।
उन कीवर्ड पर ध्यान केंद्रित करें जो बताते हैं कि क्या पूछा जा रहा है। उन्हें रेखांकित करें या उन पर गोला बनाएँ। ये आपको सही उत्तर तक ले जाते हैं, आपके उत्तरों के चयन को सीमित करने में मदद करते हैं और संदर्भ को समझने में सहायता करते हैं।
शब्द जैसे ” किस्मे मिलते है vs किस्मे नहीं मिलते है “वाले सवाल में बहुत लोग गलती करते हैं क्युकि आप “नही” शब्द सवाल में नहीं पढ़ते और सवाल गलत कर बैठते है |
सवाल में 3 गलत उत्तरों को नकारोगे तो चौथा अपने आप सही होजायेगा – आपको रूल ऑफ़ एक्सक्लूशन भी सीखना है|
कल्पना कीजिए कि आप गलत चीज़ें ढूंढने में माहिर हैं। कभी-कभी आपको सही उत्तर की आवश्यकता नहीं होती | बस 3 गलत विकल्पों को खारिज करें तो चौथा अपने आप सही हो जाता है|
इससे आपके सही उत्तर देने की संभावना काफी बढ़ जाती है। यह आपके विकल्पों को सीमित कर देता है, खासकर जब आप दो विकल्पों के बीच भ्रमित होते हैं। गलत विकल्पों को समाप्त करके, आप एक शिक्षित अनुमान लगा सकते हैं और सही उत्तर तक पहुंचने की संभावना बढ़ा सकते हैं। इससे नेगेटिव मार्किंग का खतरा कम हो जाता है और यह एक ऐसा कौशल भी है जिसे आप बहुत सारे प्रश्नों का अभ्यास करने के बाद सीखते हैं।
कठिन सवालों को छोड़ें एंड फिर थोड़ी देर बाद उन पर वापस आएँ
कल्पना कीजिए कि आप एक धारा में पत्थरों पर कूद रहे हैं। यदि कोई प्रश्न बड़ा कठिन लगता है, तो उसे अभी के लिए छोड़ दें। आप बाद में इस पर वापस आ सकते हैं। आगे बढ़ें, आसान सवालों के जवाब दें और गति बढ़ाएं।
बाद में, जब आपका मन शांत हो जाए, तो उस चुनौतीपूर्ण प्रश्न पर वापस आएं। कोशिस करें की 160 मिनट में जल्दी से और सटीकता से आप सारे सरल सवालो को हल करलें और आखरी के ३०- ४० मिनट में आप मुश्किल सवाल हल करें |
कठिन प्रश्नों पर अटके नहीं; मैं यह फिरसे बोल रही हूँ क्योंकि मैं अहंकार के कारण कठिन प्रश्नों पर समय बर्बाद करती थी । मै ज़िद्द पकड़ लेती थी की पेपर ख़तम हो न हो मै तो मुश्किल सवाल करके ही रहूंगी | शायद आप में से भी कुछ लोग ये गलतियां करते हों |
मेरी गलतियाँ आप मत करो | कठिन प्रश्नों को बाद के लिए रखने से यह सुनिश्चित होता है कि आप कठिन प्रश्नों को आसानी से हल कर लेंगे।
नीट 2024 में बबलिंग मैं गलतियों से कैसे बचें ?
ओएमआर को बबल करने के लिए बहुत अधिक अभ्यास की आवश्यकता होती है। एक गलत बुलबुला सब कुछ बर्बाद कर सकता है।
अपने उत्तरों को ओएमआर शीट पर सही ढंग से स्थानांतरित करना महत्वपूर्ण है। इसे एक स्किल की तरह समझें – ओएमआर भरते समय जल्दबाजी न करें।
आपकी कलम बुलबुले के अंदर रहनी चाहिए |
नीट में, आपको केवल एक ओएमआर शीट मिलती है जिस पर आपका रोल नंबर छपा होता है, इसलिए यदि आप ओएमआर में कोई गलती करते हैं, तो वापस जाने का कोई रास्ता नहीं है।
आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है।
एक गलत बुलबुला पूरे पेपर के अनुक्रम को बिगाड़ सकता है | प्रत्येक विषय में एक वैकल्पिक भाग बी होता है जहां आपको 20 में से केवल 15 प्रश्न ही हल करने होते हैं। इस सेक्शन में ओएमआर भरने में बहुत सावधानी बरतें |
भरते समय प्रश्न पत्र पर प्रश्न संख्या देखें, ओएमआर पर वही संख्या देखें और फिर एबीसीडी विकल्प को जांचने के बाद ही भरें। इसमें समय लगता है, लेकिन अभ्यास के साथ सटीकता बढ़ती है।
सकारात्मक रहें, मजबूत रहें
सकारात्मक रहें, अपनी कड़ी मेहनत पर विश्वास रखें और केंद्रित रहें। बस ऐसा सोचो कि कुछ भी हो मैं हार नहीं मानूँगी |
जिस तरह एक कोच अपनी टीम को प्रेरित करता है और उसका उत्थान करता है, उसी तरह आपको अपनी कड़ी मेहनत और क्षमताओं पर विश्वास करना होगा। मुझे पता है कि यह नकली सलाह लग सकती है , लेकिन अगर आपमें आत्मविश्वास की कमी है, तो आप उन सवालों के गलत जवाब भी दे सकते हैं जिन्हें आप जानते हैं।
अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें, आपने जो प्रगति की है उसे याद रखें और कुछ भी कर सकने वाला दृष्टिकोण विकसित करें।
सकारात्मक बने रहने का सबसे अच्छा तरीका गलतियाँ करना और लगातार सुधार करना है।
जितना अधिक आप जानेंगे, आप उतना अधिक आश्वस्त और सकारात्मक बनेंगे। आप जितने अधिक प्रश्नों का सामना करेंगे, आप उतने ही अधिक आश्वस्त होंगे।
और ये मत समझना की तुमने देर से नीट क तैयारी शुरू की है तो तुम किसी से कम हो |
मैंने कितने लोगो को आखरी के ३ महीने में ध्यान से पढ़कर जीत हासिल करते देखा है |
तो लगे रहो मुन्ना भाई!
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